लेखनी कहानी -29-Dec-2022
!! थी आंखें नम और हम आईना साफ कर रहे थे!!
!! अपनी हंसी के पीछे अपना दर्द छुपा रहे थे!!
!! कमी कुछ तो थी हमारी मुस्कुराहट में!!
!! कि लोगों को पीछे की सन्नाटे नजर आ रहे थे!!
!! यही एक अदा थी जो हम जमाने से छुपा रहे थे!!
!! की आंखें नम और हम आईना साफ कर रहे थे!!
!! गीली थी आंखें लव हिल रहे थे!!
!! जुआ कुछ बोल रही थी अल्फाज कुछ निकल रहे थे!!
!! फिर भी ना जाने क्या जमाने से छुपा रहे थे!!
!! नाराज गहरा था ''' नाराज से कोई अनजान था!!
!! फिर भी वह क्या बात थी जो जमाने से छुपा रहे थे!!
!! की आंखें नम और हम आईना साफ कर रहे थे!!....
.स्नेह 🍁🍁
Radhika
09-Mar-2023 01:33 PM
Nice
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Abhilasha deshpande
29-Dec-2022 02:52 PM
Nice
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